
यौन रोग में अगर कलौंजी के तेल का इस्तेमाल उपचार के लिए करें तो इसमें असीम गुण है जो कि आपकी सेक्सुअल प्रॉब्लम को शीघ्र ही मिटा सकता है. इस तेल काफी गुणकारी होता है जिसमें कई अद्वितीय पोषण तत्व पाए जाते हैं. जैसे कि इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा की मात्रा काफी ज्यादा होती है. कलौंजी का तेल आपके शरीर में पहुंचकर आपकी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है. यह गुप्त रोगों पर रामबाण की तरह असर करता है. यह एक औषधिक उपचार है जिसे आप अपने गुप्त रोगों जैसे एचआईवी, महामारी, स्वप्न दोष, स्तंभन दोष, नपुंसकता के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.
एचआईवी
कलौंजी के औषधिय गुणों की जांच कई बड़े रिसर्च सेंटर में हुई . अमेरिका में एक शोध के दौरान एचआईवी पीड़ित व्यक्ति को रोज़ कलौंजी, लहसुन और शहद का कैप्सुल दिया गया. कुछ दिनों बाद सकारात्मक परिणाम सामने आये. एचआईवी पीड़ित व्यक्ति में शरीर की रक्षा करनेवाली टी-4 और टी-8 लिंफेटिक कोशिकाओं की संख्या में बढ़ोत्तरी पाई गई।
स्त्री गुप्त रोग
स्त्रियों के रोग जैसे रक्त प्रदर, श्वेत प्रदर, डिलेवरी के बाद दुर्बलता व रक्त स्त्राव में कलौंजी का तेल काफी फायदेमंद होता है. पुदीने की पत्तियों को दो गिलास पानी में डालकर उबालें, आधा चम्मच कलौंजी का तेल डालकर दिन में दो बार पिएं. अविश्वसनीय परिणाम सामने आयेंगे. बैंगन अचार, अंडा और मछली से परहेज करें.
पुरुष गुप्त रोग
पुरुषों के गुप्त रोग जेसे स्वप्न दोष, स्तंभन दोष, नपुंसकता रोगों में एक कप सेब के रस में आधा चम्मच तेल मिलाकर इस घोल को दिन में दो बार लगातार 21 दिन तक पिएं. थोड़ा सा कलौंजी तेल गुप्तांग पर रोज़ मालिश करने से फायदा होगा.
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