
वैसे तो चिकनाई वाले पदार्थ के इस्तेमाल की कोई आवश्यकता नहीं है, परन्तु इसके इस्तेमाल से सेक्स को बेहतर बनाया जा सकता है. हाल ही के एक अध्ययन से पता चला है कि महिलाएं लुब्रीकेंट के साथ सेक्स का अधिक आनंद लेती हैं. साथ ही साथ इसका प्रयोग उन महिलाओं कि भी मददगार है जिनको योनी की शुष्कता की समस्या होती है. यदि आप बिना चिकनाई पैदा करने वाले पदार्थ का प्रयोग किए गुदा मैथुन करने की सोच रहे हैं तो हम आपको पहले ही बता दें, ये अनुभव काफी दर्द भरा हो सकता है. इसके इस्तेमाल से त्वचा के घर्षण से संभव इन्फेक्शन की सम्भावना भी कम हो जाती है.
लुब्रीकेंट चार प्रकार के होते हैं : पानी से निर्मित, तेल से निर्मित, सिलिकॉन निर्मित और प्राकर्तिक. जिनमे हर किसी के अपने फायदे और नुक्सान हैं.
पानी से निर्मित लुब्रीकेंट
मार्केट में उपलब्ध अधिकतर लुब्रीकेंट पानी से निर्मित होते हैं, आपकी त्वचा में संवेदनशीलता है तो आपके लिए पानी वाले लुब्रीकेंट उपयुक्त रहेंगे. इन लुब्रिकेंट्स को कंडोम के साथ भी इस्तेमाल किया जा सकता है. परन्तु कुछ पानी से निर्मित लुब्रीकेंट में ग्लिसरीन की भी कुछ मात्रा होती है जिससे महिलाओं में यीस्ट इन्फेक्शन हो सकता है. पानी से बने हुए लुब्रीकेंट को त्वचा जल्दी सोख भी लेती है इस तरह इनको फिर से लगाने की ज़रूरत भी पड़ सकती है. तेल निर्मित लुब्रीकेंट अच्छी चिकनाई प्रदान करते हैं, लेकिन इनसे कंडोम के और रबड़ निर्मित सेक्स खिलौने को नुकसान पहुँच सकता है.
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