महिलाओं के जीवन के अलग-अलग पड़ाव के दौरान उनके शरीर में भी अलग-अलग तरह के बदलाव होते रहते हैं. हॉर्मोनल चेंजेस आए या फिर खान पान में बदलाव, महिला के शरीर के अंगों का अाकार बढ़ता और कम होता रहता है. बात करते हैं महिलाओं के स्तनों की जिनका समय के साथ-साथ बढ़ना और कम होना लगा रहता है. यह बात बहुत ही सामान्य है, जिसे लड़कियां भी स्वीकार चुकी हैं. विज्ञान के द्वारा ऐसे कई कारण बताए गए हैं, जिससे महिलाओं के स्तनों में बदलाव आते हैं.
स्तनों में आया बदलाव कई महिलाओं के लिए परेशानी का सबब बन जाता है. क्योंकि कई महिलाओं को परफेक्ट साइज के ब्रेस्ट पसंद होते हैं, तो किसी को कर्वी ब्रेस्ट. ज्यादातर महिलाएं अपने शरीर में आए परिवर्तन को इग्नोर कर देती हैं या फिर उस ओर वह ध्यान ही नहीं दे पाती. लेकिन आपको बता दें कि बूब्स फैटी सेल्स से बने होते हैं इसी कारण वज़न बढ़ने के साथ-साथ उनका साइज भी बढ़ने लग जाता है.
वज़न के साथ-साथ महिलाओं के बूब्स के आकार में वृद्धि होना बहुत ही सामान्य है. क्योंकि स्तन, स्तन ऊतकों, नलिकाओं, लोब्यूल्स और फैट टिश्यूज से मिलकर बने हुए होते हैं. इसी कारण महिलाओं के स्तनों के आकार उनके शरीर के डील-डॉल के हिसाब से बढ़ता हैं.
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