
आपको यह बात अजीब लगती हो लेकिन एक आयोजन में लालू ने यह बात खुद अपनी जुबानी कही जी हाँ, होम्योपैथी साइंस कांग्रेस द्वारा आयोजित एक सेमिनार में लालू ने अपने भाषण में होम्योपैथी की तारीफ अपने चुटकुली और विनोदी स्वभाव में करते हुए कहा की जब हम छोटे थे और हमें चोट लग जाती थी तो हम अपने ही यूरिया को घाव पर लगते थे।
लालू का यह वयान सुनकर वहा उपस्थित लोग अपने आप को ठहाके लगाने से रोक नहीं पाए लालू ने अपने ही मूत्र की तुलना प्रचलित एंटीसेप्टिक डेटॉल से कर डाली साथ में यह भी कहा की हम चोट पर मूत्र लगाते थे और आज लोग डेटॉल लगाते हैं।
बस यही एक उन्नति है जो हमने की है लालू का अपना स्वाभाव यहाँ जोरो से छलका।