
दिल को छोड़ के चहेरे की दीवानी हुई है ये दुनिया,
अब समझ में आया की Selfie वाले फोन महंगे क्युँ आते है.
कत्ल करती हैं तुम्हारी नज़र हजराे का,
ऐसे ना देखा करो हमें…तुम्हारा एक दीवाना और ख़त्म हो जायेगा.
अच्छा हुआ कि तूने हमें तो़ड़ कर रख दिया,
कम्बख्त घमंड भी तो बहुत था हमें तेरे होने का.
इश्क की चोट का कुछ दिल पे असर हो तो सही,
दर्द कम हो या ज्यादा, मगर हो तो सही.
इंसान के कंधों पर ईंसान जा रहा था, कफ़न में लिपटा अरमान जा रहा था,
जिन्हें मिली बे-वफाई महोब्बत में, वो वफ़ा की तलाश में श्मशान जा रहा था.
त्यौहारों के बहाने ही सही, रिश्ते तो घर लौट आते है.
भाग्य लिखने वाले तुझे एक मशवरा है मेरा,...
कुछ अच्छा ही लिख दिया कर, बुरे के लिये तो अपने ही बहुत है.
"चंदन" से "वंदन" ज्यादा शीतल है…
"योगी" होने से बेहतर है "उपयोगी" होना…
"प्रभाव" ज्यादा होने से बेहतर है "स्वभाव" अच्छा होना.
हर ट्राफीक सिग्नल तेरी याद दिलाता है,
तूने भी कुछ इस तरह रंग बदले थे.
अरे यार...
यूँ ही हम "दिल" साफ रखा करते थे,
पता नहीं था, कीमत "चहेरे की होती है".
एक "खेल रत्न" मेरी वाली को भी दे दो यारों,
अच्छा खेलती है वो "दिल से".