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'फ्री का वायफाय मिलने की ख़ुशी' तुम क्या जानो रमेश बाबू'फ्री का वायफाय मिलने की ख़ुशी' तुम क्या जानो रमेश बाबू

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खशियाँ बहुत कम मिलती हैं. हम सभी इस बात से बखूबी वाकिफ है कि खुशियों के पल ज़िंदगी में बहुत कम आते हैं और खुशियों के पल को जीने का अपना ही एक आनंद होता है. ऐसे में हम जिन खुशियों को ढूंढने के लिए बरसो इंतज़ार करते हैं वह तो हमारे रोजमर्रा के दिनों में ही हमे मिल जाती है बस आपको उन्हें एन्जॉय करते आना चाहिए. जी हाँ, हमारे हर दिन में छोटी-छोटी खुशियाँ होती है जिन्हे हमे एन्जॉय करना चाहिए और जो लोग उन खुशियों को एन्जॉय करते हैं उनके चेहरे पर हमेशा ही मुस्कान बनी रहती हैं. आइए बताते हैं उन छोटी छोटी खुशियों के बारे में.

फ्री वाली चीज़ - अक्सर ही हमे दिनभर में कुछ ना कुछ फ्री का मिल ही जाता है और वो फ्री का सामान हमारा दिन बना देता है, जैसे फ्री का वायफाय, फ्री का धनिया, फ्री की एडवाइस.

एक ही बार में पेन ड्राइव लग जाना - कई बार दिनभर की मशक्क्त के बाद भी पेन ड्राइव सही से नहीं लगती लेकिन अगर वो एक बार में लग जाए तो उससे बड़ी दिनभर में कोई ख़ुशी नहीं होती.

ज़रूरत पड़ने पर मोबाइल चार्ज होना - हम सभी दिनभर फ़ोन का उपयोग करते हैं दिनभर हमारा फोन चलता ही रहता है अब ऐसे में उसकी बैटरी लो होना आम बात है लेकिन कभी कभी बहुत जरुरी काम होने पर बैटरी लो ना हो और काम हो जाए तो अच्छा लगता हैं और दिन बन जाता है.

फ़्री लिफ्ट मिलना - कई बार हम दिन में दो से तीन बार लिफ्ट के लिए खड़े हो जाते हैं लेकिन लिफ्ट ना मिलने पर हमे पैसे खर्च करने पड़ते हैं ऐसे में दिन में एक बार भी लिफ्ट मिल जाना ख़ुशी की बात होती है.

फ़ोटो डालते ही उस पर धड़ाधड़ Likes और Comments आना - हम फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्वीटर पर फोटोज डालते ही रहते हैं और कई बार दो से तीन घंटे होने के बाद भी लाइक्स नहीं आते. ऐसे में अगर दिन में एक फोटो डालते ही फटफट लाइक्स और कमेंट्स आने लगे तो दिन बन जाता है.

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